भारत में जनप्रतिनिधियों (MPs और MLAs) को सार्वजनिक कल्याण और समाज के विकास के लिए विशेष फंड प्रदान किए जाते हैं। इन फंड्स को MPLADS (Members of Parliament Local Area Development Scheme)और MLA फंड के नाम से जाना जाता है। यह फंड सांसदों (MPs) और विधायकों (MLAs) को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों को करने के लिए दिया जाता है।
1. MPLADS (सांसद निधि) -(Members of Parliament Local Area Development Scheme)
- MPLADS एक केंद्र सरकार की योजना है जो सांसदों (MPs) को उनके निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए फंड प्रदान करती है।
- इस योजना की शुरुआत 1993 में हुई थी।
- प्रत्येक सांसद को प्रतिवर्ष 5 करोड़ रुपये का फंड दिया जाता है।
- यह फंड सांसदों को अपने क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य विकास कार्यों के लिए उपयोग करने की अनुमति देता है।
2. MLA फंड (विधायक निधि) (Member of Legislative Assembly Fund):
- MLA फंड राज्य सरकारों द्वारा विधायकों (MLAs) को उनके निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है।
- प्रत्येक विधायक को प्रतिवर्ष 1 से 5 करोड़ रुपये (राज्य के अनुसार अलग-अलग) का फंड दिया जाता है।
- विधायक अपने क्षेत्र में सड़क निर्माण, शौचालय निर्माण, जल आपूर्ति, सामुदायिक भवन, पार्क आदि जैसे बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए इस निधि का उपयोग करते हैं।
MP और MLA फंड का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है:
1. बुनियादी ढांचा विकास
- सड़कों, पुलों, और नालियों का निर्माण।
- पानी की आपूर्ति और सीवेज सिस्टम में सुधार।
2. शिक्षा और स्वास्थ्य
- स्कूलों और अस्पतालों का निर्माण और उन्नयन।
- शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े उपकरणों की खरीद।
3. सामाजिक कल्याण
- आंगनवाड़ी केंद्रों और समुदाय केंद्रों का निर्माण।
- वृद्धाश्रम और अनाथालयों के लिए सहायता।
4. पर्यावरण और स्वच्छता
- पार्कों और हरित क्षेत्रों का विकास।
- स्वच्छता अभियान और कचरा प्रबंधन।
5. खेल और संस्कृति
- खेल मैदानों और सांस्कृतिक केंद्रों का निर्माण।
- स्थानीय कलाकारों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन।
MP और MLA फंड से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- फंड का आवंटन
- MPLADS फंड केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है, जबकि MLA फंड राज्य सरकारों द्वारा प्रदान किया जाता है।
- फंड का उपयोग सांसद और विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में कर सकते हैं।
- कार्यान्वयन प्रक्रिया
- सांसद और विधायक फंड का उपयोग करने के लिए स्थानीय प्रशासन और विभागों के साथ मिलकर काम करते हैं।
- कार्यों की योजना और निगरानी स्थानीय अधिकारियों द्वारा की जाती है।
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- फंड का उपयोग पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए।
- सभी खर्चों की जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होती है।
- फंड का संचय
- अगर किसी वर्ष में फंड का उपयोग नहीं किया जाता है, तो इसे अगले वर्ष में जोड़ा जा सकता है।
- हालांकि, फंड का उपयोग समय पर करना जरूरी है।
निष्कर्ष
MPLADS और MLA फंड दोनों ही योजनाएं भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये योजनाएं सांसदों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं और विकास कार्यों को बढ़ावा देने का एक सुनहरा अवसर देती हैं। हालांकि, इन फंड्स का सही उपयोग और निगरानी भी जरूरी है ताकि इसका पूरा लाभ जनता तक पहुँच सके। इसके लिए एक सशक्त और पारदर्शी प्रशासन की आवश्यकता है, ताकि इन निधियों का इस्तेमाल भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से मुक्त हो।
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